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Saturday, November 24, 2018

November 24, 2018

Status of Education in India

Status of Education :     status of education in india


status of education in india


status of education in india


Education has remained a hot contested issue . People express different views regarding education and even policy makers also throw a number of experiments in the air. Therefore, education has become a magician's bag out of which anything can come out.

Present state of Education lacks almost everything which  should be there to cope with the necessities of social, economic, moral and ethical aspects. Whole education system seems rotten from pillar to post.


In spite of numberless efforts,  reality remained the same more or less. The termite of copying has eaten up the very basic of education and lack of interest among students has made the teaching learning process merely a wastage of time.

status of education in india

Different programmes to universalise education have no doubt increased the enrollment in schools, yet quality aspect lacks behind. More efforts still needed to improve the quality of education being provided in the country.

No detention policy also played a major role to bring the education system to such a miserable level. Students have no fear or worry to their exams and they remain careless about their studies as most of them care only to get through the exams, that's all. They don't know the true meaning and purpose of education and passing exams is a great achievement for them whichever ways or means they  pass, doesn't matter to them. They think they are pulling the wool over teachers' eyes and don't bother about their studies.

Also read this: कहीं आपके बच्चे नशा तो नही करते?

One more defect of education is that teachers lay much stress on mugging up facts and no attention is paid to inculcate the habit of understanding and creative writing. Consequently, students are unake  to form a three word sentence after ten - twelve years of formal education. This applies to each and every subject as they don't know the basics of the subject.

status of education in india


Policy makers  introduce a new experiment time and again and beat the bush after snake passes . I wonder if the government don't know the reality or they only pretend to be ignorant.  All exercises are useless as long as primary education doesn't improve. Actually we are sprinkling  water over the  leaves of a plant  and not watering it's roots. Happening all this malpractice, nobody  can expect the desired fruit.

Instead of result bar, teachers should make to work properly and sincerely throughout the year as work brings result , not results bring work.

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Vocational Education


A sincere effort to introduce vocational education should be evolved, providing more opportunities to do practical work. Theory must be avoided in vocational education as much as possible and emphasize should be given to practical work. There should be 80 percent practical learning and only 20 percent theory should be taught in vocational education. It should be a separate wing like Industrial Training Institute , not just an additional subject.
 MsB
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For comprehension and other questions click the links below : 

My Mother at Sixty Six- Kamala Das  : Comprehension and Questions

An Elementary School Classroom in a Slum - Stephen Spender

Keeping Quite - Pablo Neruda 

A Thing of Beauty - John Keats

A Roadside Stand -  Robert Frost

Aunt Jennifer's Tigers - Adrienne Rich

Friday, November 23, 2018

November 23, 2018

himachal news खुशखबरी!! अब नहीं रुकेगी इन्क्रीमेंट।

खुशखबरी!! अब नहीं रुकेगी इन्क्रीमेंट।
himachal news  

सी एम का बड़ा ऐलान


himachal news
CM Jai Ram Thakur

नही रुकेगी increament


       सी एम जयराम ठाकुर जी ने आज कम रिजल्ट मामले में एक बड़ी घोषणा की है आज पालमपुर में मुख्यमंत्री ने घोषणा की जिन लेक्चरर/पीजीटी की कम रिजल्ट की बजह से increament रोकने के आदेशों को बापस लेने की घोषणा की है। विभिन्न शिक्षक संघ इस मामले में लगातार सरकार से सम्पर्क साधकर , इसे रदद् करने की गुहार लगाई थी। लगभग 278 शिक्षक इन आदेशों से प्रभावित हुए थे या होने बाले थे। शिक्षक संघो का तर्क है। कि रिजल्ट के लिए कई कारण जिमेबार है। ऐसे में सिर्फ अध्यापकों पर कार्यवाही करने उचित नही है। इस घोषणा को यदि अमलीजामा पहनाया जाता है  तो अवश्य ही शिक्षकों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है
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पीजीटी पदनाम बदला जाएगा 


यही नही मुख्यमंत्री ने पीजीटी का नाम बदल कर लेक्चरर करने की भी घोषणा की है। काफी समय से लेक्चरर के बजाए पीजीटी की नियुक्ति की जा रही थी, जिसके कारण लेक्चरर एक डेड कैडर बन गया था । इस फैसले से लेक्चरर कैडर को एक नई जान मिल जाएगी। इस कि डिमांड भी काफी समय से की जा रही थी।

कोटा बढ़ाने को अभी इतंजार


हालांकि 60 परसेन्ट कोटे की डिमांड अभी पूरी नही हो पाई है।
इस बारे में बाद में विचार करने का आश्वासन दिया गया है ।
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Tuesday, November 20, 2018

November 20, 2018

Cloves ke fayde in Hindi । लोंग के साथ हेल्थी रहने के टिप्स

Cloves ke fayde in Hindi  लोंग के साथ हेल्थी रहने के टिप्स।


 लोंग (cloves)
Laung ke totke
लौंग cloves

लोंग काफी मात्रा मे janjibar जाजीबार और मलक्का मे उत्पादित होता है ।  लोंग के पेड़ काफी बड़े हो जाते है। पेड़ 9 - 10 सालो मे एफ़एल देने लगता है । ये खुशबूदार व काले रंग का होता है। मशीनों के द्वारा इस से तेल भी निकाला जाता है

Laung ke totke ।


लॉन्ग के तेल को औषधि के रूप में प्रयोग में लाया जाता है ।
आयुर्वेदिक मतानुसार लॉन्ग (cloves)के गुण :
लॉन्ग आँखों के लिए बहुत ही लाभकारी माना गया है। ये पाचकशक्ति बर्धक, शीतल व पाचक होता है। ये प्यास , हिचकी , खाँसी , रक्तविकार आदि रोगों को दूर करता है। मुँह से लार अधिक आना व दांत के दर्द में भी लॉन्ग काफी लाभकारी है।
यूनानी चिकित्सापद्धति के अनुसार लॉन्ग को  खुश्क, गर्म व उतेजक माना गया है। इसको खाने से पाचन क्रिया में बढ़ोतरी होती है । दांतो और मसूड़ों को मजबूत बनाता है।

वैज्ञानिकों  का विचार
लॉन्ग गर्म होता है । यह पेट दर्द में आराम पहुचाता है । गर्भवती महिला को उल्टी आने पर लोंग को गर्म पानी मे भिगोकर, पानी पिलाने से लाभ मिलता है। लॉन्ग के तेल की मालिश कपूर की मालिश के समान ही गुणकारी होती है।

रोगों में लौंग का प्रयोग

जुकाम होने पर लौंग का पानी मे उबाल कर काढ़ा बना लें। इसे बार बार पीने से जुकाम ठीक हो जाता है लॉन्ग के तेल की 2-3 बूंद को 30- 35 gm शक्कर में मिला कर खाने से जुकाम ठीक होता है। रुमाल पर लॉन्ग का तेल डाल कर सूंघने से भी जुकाम मिटता है। 100ml पानी मे 3 लॉन्ग डाल कर उबाल लें, और जब पानी आधा रह जाये तो उसमें नमक मिला कर पीने से जुकाम ठीक होता है।

#2  दांतो के रोगों में लौंग लाभदायक


कीड़े लगे हुए दांत के खोखले भाग में लॉन्ग रखने या तेल रखने से दर्द में आराम मिलता हैं। दर्द बाले दांत के नीचे रुई को लांग के तेल में भिगो कर रखें व लार को बाहर बहने दे । लॉन्ग को आग में भून कर दांत के गड्डे में रखने से दर्द कम हो जाता है।
नीबू के रस में 5 लॉन्ग पीस कर मिला लें तथा इससे दांतों पर मालिस करें, दर्द में लाभ होगा। अथवा 5 लॉन्ग एक गिलास पानी मे उबाल कर उससे दिन में तीन बार कुल्ला करने से लाभ होगा।

#3    प्रमेह रोग


लौंग, जायफल,पीपल को 5 gm लेकर उसमें 20gm कालीमिर्च और 150gm सोंठ लेकर उसमें मिलाकर पाउडर बना लें। पाउडर को उसी के बराबर शक्कर के साथ  खाने से भूख न लगना, खांसी, बुखार, प्रमेह, सांस रोग व ज्यादा दस्त आने पर लाभदायक है।

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सूखी व गीली खाँसी में प्रयोग
मुँह में 2-3 लौंग रखकर चूसते रहना चाहिए।
लौंग को घी में तलकर रख लें। खांसी आने पर इसे चूसें, सूखी खांसी में लाभ मिलेगा।
लौंग और अनार के छिलके को बराबर मात्रा में पीस लें। बराबर मात्रा में शहद मिला कर दिन में 3 बार चाटने से खांसी में लाभ मिलेगा ।

#4  भूख न लगना


आधा gm लौंग का पाउडर 1gm शहद में मिला कर सुबह खाली पेट सेवन करें। कुछ ही दिनों में अच्छी भूख लगनी शुरू हो जाएगी। और खाया हुआ अच्छे से पचना भी आरम्भ हो जायेगा।

#5   सिर दर्द


लौंग को पीस कर सिरपर लेप करने से सिरदर्द तुंरत ठीक हो जाता है। इसका तेल भी लगा सकते हैं या 5 लौंग पीसकर एक कप पानी मे उबालें। जब पानी आधा रह जाये तो छान कर सुबह शाम पिलायें। सिरदर्द में आराम मिलेगा।
लॉन्ग के तेल को सिर व माथे पर लगायें या नाक के दोनों नथूनों में डालें। इस से सिर दर्द दूर हो जाएगा।








Tuesday, November 13, 2018

November 13, 2018

कहीं आपके बच्चे नशा तो नही करते? | Causes of drug addiction

बढ़ते नशे के प्रति जागरूक रहें मां बाप |Causes of drug addiction




आज कल नशा एक सिरदर्द बना हुआ है। हर कोई इस समस्या के बारे में चिंतित हैं। लेकिन समस्या का कोई हल मिल नही पा रहा है। तरह तरह के फार्मूले ढूढे जा  रहे है।

 हिमाचल में एक नई कबायत शुरू हुई है , वो यह है कि अब सिलेबस में एक नया चैप्टर जोड़ने की तैयारी हो रही है । यक्ष प्रश्न यह है कि  इसका कितना असर दिखने वाला है । चाहे जो भी हो प्रयास तो हो रहे हैं।

कारण |Causes of drug addiction 

असली जड़ कहां है इस तरफ तो शायद ही किसी का ध्यान  जा रहा है। नशा केवल नशा करना मात्र नही है बल्कि ये हमारे सामाजिक और  आर्थिक पक्ष को भी उजागर करने वाला है। हमारा समाज कितना सजग और संवेदनशील है ये भी कही न कही इस कुरीति से जुड़ा हुआ है ।

सामाजिक पक्ष



आज समाज मे नैतिक मूल्यों का पतन होता दिख रहा है। अगर इसी तीब्रता से ये क्रम चलता रहा तो स्तिथि और भी भयानक हो सकती है। लोगों के पास अपने बच्चों का ध्यान रखने उन पर सकारात्मक निगरानी रखने का समय भी नही है। पेरेंट्स का अलावा किसी और को किसी के बच्चों से कोई सरोकार नहीं है।


कुछ साल पहले तक एक बुजुर्ग या बड़ी आयु का व्यक्ति पूरे गांव और पूरे समाज का बुजुर्ग हुआ करता था। मतलब वो यदि किसी बच्चे को कोई नशा या कोई भी गलत काम करते देख लेता था तो चाहे वो बच्चा किसी का भी हो उसे डांट दिया करता था। वो बच्चा भी उसकी डांट को सकारात्मक लेकर  उस गलती को सुधार लिया करता था। वो वयस्क उसके घर बालों को भी सूचित कर देता था  ताकि वो सजग हो सकें। आज इस बात की भारी कमी महसूस हो रही है। कोई भी पेरेंट्स सदा अपने बच्चों के साथ नही रह सकते । उस बक्त दूसरे बड़े व्यक्ति उनके पेरेन्ट्स  की भूमिका में होने चाहिए। ये सांझा निगरानी बहुत आवश्यक है।

आर्थिक पक्ष|Causes of drug addiction





नशे के गर्त में धकेलने के लिये आर्थिक पक्ष भी काफी जिमेबार है। कुछ परेंट्स अपने बच्चों को अंधाधुंध पैसा देते है । कुछ ज्यादा नही तो उतना दे देते हैं जितना बच्चे तरह तरह के बहाने बनाकर डिमांड करते है।  इसकी कोई छानबीन नहीं करते है कि मांगा गया पैसा कहां और किस चीज पर खर्च किया गया। आज स्थिति ये हो गई है कि जिन बच्चों को खुला पैसा मिल रहा है वो तो नशे को अपना रहे हैं बल्कि दूसरे भी उनकी देखा देखी में नशे को अपना रहे हैं चाहे पैसा प्राप्त करने के लिए उन्हें कोई अपराध ही क्यों न करना पड़े। बिना पैसे बाले नशे को बेचने का काम पकड़ लेते हैं।

बेरोजगारी की समस्या

आज  के युग मे जहां परिवार का पेट पालना दूभर है ऐसे में बेरोजगार होना और भी विनाशकारी होता जा रहा है।  पैसा कमाने के लिए आदमी किसी भी हद तक जा सकता है। यही बजह है कि बच्चों को एसेट के रूप में नहीं बल्कि बाजार के रूप में देखा जा रहा है। कोई भी बेरोजगार स्कूल में पढ़ने बाले बच्चों को नशा बेच कर पैसा कमा सकता है। किशोरावस्था में बच्चों को सोचसमझकर ही पैसा देना होगा ।और उसका उपयोग भी जरूर पूछना होगा। एक जागरूक परेंट्स बनना होगा।

बच्चों की क्षमता को पहचाने    Drug addiction in India  every parent should know 


हर माता पिता को अपने बच्चे की पोटेंशियल को पहचाना होगा। उनसे ज्यादा उम्मीद रखना बेमानी


है । उनसे उतनी ही आशा करो जितनी उसकी क्षमता है। डॉक्टर या इंजीनियर न बने तो कोई बड़ी बात नहीं , उसे अच्छा इंसान बना दो यही बड़ी बात है। अधिक उम्मीद से बच्चों में तनाव बढ़ता है , निराशा फैलती है। जिसका परिणाम ये निकलता है कि बच्चे नशे का सेवन करने लग जाते है।
MsB

Saturday, November 10, 2018

November 10, 2018

Jio के 398 rs या इससे अधिक के रिचार्ज पर 300 रुपये वापस हो जाएंगे



कम्पनी ने जारी किए सिक्रेड कोड




मुकेश अम्बानी की कम्पनी रिलायन्स जिओ दिवाली धमाका आफर दे रही है।दूसरी वॉलेट कंपनी से रिचार्ज पर कैश बैक ऑफर कर रही है। इसमें 300 रुपये तक का कैशबैक यूजर को मिल रहा है।

Term एंड condition के साथ मिल रहा कैश बैक
.कैशबैक का बेनिफिट PayTm, FonPay, amazon Pay , मोबिक्विक पर मिलेगा ।
. ऑफर 1 से 15 नवंबर तक वैलिड है
.इसमे मिनिमम 30 और अधिकतम 300 रुपये का कैश बैक मिलेगा ।
. ऑफर नए और पुराने दोनों कस्टमर के लिए है जो इन वॉलेट को यूज़ करते हैं।
. कैश बैक का बेनिफिट लेने के लिए यूजर को इन वॉलेट के द्वारा 398 या उससे अधिक का रिचार्ज कराना होगा ।

किस वॉलेट में कितना कैशबैक मिलेगा

PayTm

इस मे नए यूजर के लिए 30 रुपये का कैश बैक मिल रहा है उसे newjio कोड यूज़ करना होगा ।पुराने यूजर को 20 रुपये का कैश बैक मिल रहा है । उन्हें payTm jio code यूज़ करना होगा । इसके साथ ही payTm Mall से 600 रू या उससे ज़्यादा की शोपिंग पर 200 रू का अतिरिक्त कैशबैक मिल रहा है ।

फोन पे 

नए यूजर को 100 रुपये और पुराने यूजर को 25 रू का कैश बैक मिलेगा। उन्हें कोई कोड यूज़ नही करना है ।

अमेज़न पे

नए यूजर को 75 रु ओर एग्जिस्टिंग यूजर को 30 रु का कैश बैक मिलेगा। उन्हें किसी कोड को use करने की जरूरत नही है

Mobiwik

नए ओर पुराने दोनो तरह के यूजर को 300 रुपये का सुपर कैश बैक मिल रहा  है उन्हें jioplan कोड यूज़ करना पड़ेगा।

तो जिओ यूजर के लिए ये सुनहरा मौका है इस ऑफर का भरपूर लाभ उठाने का । इस प्रकार से वे एक बड़ा कैश बैक प्राप्त कर सकते है ।
,MsB,
November 10, 2018

चीन ने बनाया बनाबटी News एंकर

चीन ने बनाया बनाबटी news एंकर🙄
 
   
                                                       

आपको ये खबर चौकाने बाली लग सकती है लेकिन ये एकदम सच है। अब शायद।  मनुष्य की आने बाले समय मे आवश्यकता ही न रहे। क्योंकि चीन ने अब बनाबटी एंकर बना लिया है।

ये विश्व का पहला कृत्रिम बुद्धिमान (Artificial Intelligence) TV न्यूज़ एंकर है जो किसी नर एंकर की आवाज बाला है और वह वास्तविक व्यक्ति की भांति अपने चेहरे पर हाव भाव भी ला सकता है । ये अविश्वसनीय सी प्रतीत होने वाली चीज है लेकिन चीन ने इसे सच कर दिखाया है।
संसार का पहला कृत्रिम न्यूज़ एंकर का निर्माण  चीन की न्यूज़ एजेंसी शिन्हुआ और चीन की सर्च इंजन कम्पनी  सिगोऊ ने संयुक्त रूप से किया है ।
 इस प्रकार दो AI न्यूज़ एंकर जो english और Mandarin में न्यूज़ पढ़ सकते है उन पर से World Internet Conference में पर्दा उठाया गया।
सूचना के मुताबिक ये दोनों न्यूज़ एंकर की बजह से daily न्यूज़ cost काफ़ी कम हो गयी है क्योंकि ये दिन में 24 घण्टे काम कर सकते हैं बिना थके। यही नही ये अपनी एफिशिएंसी को भी imrove कर सकते हैं और फ़टाफ़ट ब्रेकिंग न्यूज़ को भी develop कर सकते हैं।
बहरहाल पत्रकारो ने इस AI का विरोध किया है लेकिन अब चाहे कुछ भी हो ये घटना निश्चित तौर पर एक गहरा असर छोड़ने वाली है। और आने बाले दिनों में ये मील का पत्थर साबित होने वाली है । मशीनों के प्रयोग से एफिशिएंसी तो आ सकती है लेकिन क्या वो इमोशन भी आ पाएंगे , ये देखना बाकी है ।
ये देखे वीडियो:
https://youtu.be/GAfiATTQufk
,MsB,
November 10, 2018

एक लीटर में 32 किमी की जबरदस्त माइलेज बाली नई ऑल्टो कार।

आ रही है नई आल्टो कार

      ये देखे:-




                                                             (सांकेतिक चित्र)

जल्द ही मारुति, जो की देश की सबसे ज्यादा बिकने बाली कार है, एक नई कार लेकर आ रही है। ये नई कार है मारुति ऑल्टो । यह कंपनी नई आल्टो कार नए फीचर व नए डिज़ाइन के साथ लेकर आ रही है। समाचार है कि इसका परीक्षण भी चल रहा है। ऐसी उम्मीद है कि ये कार लोगों को काफी पसंद आएगी।

विशेषतायें:-
News के मुताबिक इस कार की सबसे बड़ी खूबी इसकी कम कीमत और एक लीटर में 32 किमी की माइलेज होने वाली है। ऐसा माना जा रहा है कि इस कार की कीमत आल्टो 800 के मुकाबले में काफी कम होने बाली है । और शायद यह कम्पनी ने सोचसमझ कर ही किया है।
 इसके अलावा कार का डिज़ाइन व फीचर काफी अलग रखे है। इस कार को kei प्लेटफॉर्म पर तैयार किया गया है। कम्पनी इस besic व turbo मॉडल भी उतरेगी। इस नई आल्टो का बेसिक मॉडल 658 cc के पेट्रोल इंजन से लैस है जो 53 bhp की पावर जेनरेट करेगा यह कर 5 मैन्युअल गियर से लैस होगी।

टर्बो वैरिएंट

इसका टर्बो वैरिएंट में भी 658 cc के पावर से लैस होगी जो  62 bhp की पावर पैदा करेगी ।

कीमत

एक लीटर में 32 किमी की माइलेज देने बाली इस कार के बेस मॉडल की कीमत  2.60 लाख और टर्बो वेरिएंट  की कीमत 2.90 लाख होने की उम्मीद है ।
MsB
November 10, 2018

Nokia 7.1 भारत में लांच होगा


. जाने 5 बड़ी खूबियां

 
 (Pic. By Google)


HMD ग्लोबल के स्वामित्व वाली कम्पनी नोकिया की फिर भारतीय बाजार में बापसी हो रही है। नोकिया पिछले दो साल में कई फोन भारतीय बाजार में उतार चुकी है । पिछले महीने ही दो device नोकिया 3.1plus और नोकिया 8110 4G फोन भारतीय बाजार में लॉन्च किया था ।
नोकिया 7.1 में कई ऐसे फीचर है जिसकी बजह से आप इस को पसद करेगे ।

 Design

बात करें फोन के डिज़ाइन की तो इसकी बॉडी glass का बना है। इसमें दिया गया है सिल्वर एसेंस जो इसे प्रीमियर लुक देता है।इस फोन में एज टू एज डिस्प्ले दिया गया है।बैक में आयोनाइस्ड अल्युमिनियम 6000 सीरीज का फ्रेम डायमंड कट के साथ दिया गया है। इसके साथ ही कैमरा ,बटर और फिंगरप्रिंट सेंसर मिलेगा ।

कैमरा

main फ़ीचर में से एक कैमरा फीचर के बारे में बताये तो इसमें 12 mp और 5mp का ड्यूल रियर कैमरा दिया गया है। रियर कैमरा बोकेह मोड़ , बोथे , और प्रो मोड़ को स्पोर्ट करता है जो पहले लॉन्च हुए NOKIA 6.1plus से ज्यादा बेहतर है।

Display

 बात करें डिस्प्ले की तो इस में नॉच फीचर बाला डिस्पले दिया गया है जो multicolor और HD को स्पोर्ट करता है जिससे अछी क्वालिटी की वीडियो का आंनद ले सकते है।

Pure Android experience

ये स्मार्टफोन एंड्राइड बन प्रोग्राम पर रन करता है।इस फोन में स्टॉक एंड्रॉइड ओरियो 8.0 ऑपरेटिंग सिस्टम मिलेगा। लेकिन जल्दी ही इस फोन में एंड्रॉइड का लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम 9.0 पाई का अपडेट मिलेगा ।

कीमत

कीमत के मामले में भी यह स्मार्टफोन अन्य के मुकाबले किफायती सिद्ध हो सकता है कई खास फीचर होने के बाद भी इस फोन को 20,000 रूपये से कम कीमत में खरीद सकते है।
MsB

Friday, November 9, 2018

November 09, 2018

शिमला कालका रेल लाइन के 115 साल पूरे

  शिमला कालका के जनक बाबा भलखू
           


ऐतिहासिक कालका-शिमला रेल मार्ग आज 115 साल का हो गया है. 9 नवंबर, 1903 को कालका से शिमला रेलमार्ग की शुरुआत हुई थी. ब्रिटिश हुकूमत के दौरान एक मस्तमौला साधु ने महज छड़ी के सहारे जटिल कालका-शिमला रेल मार्ग रच डाला था.अपने 115 वर्ष के सफर में यह रेल मार्ग इतिहास संजोए हुए है. जिस रेल लाइन को बिछाने में धुरंधर ब्रिटिश इंजीनियरों के पसीने छूट गए उसे एक मस्तमौला साधु ने महज छड़ी के सहारे जटिल कालका-शिमला रेल मार्ग रच डाला था.

 



 उस मस्तमौला साधु का नाम बाबा भलखू था. अंग्रेजी हुकूमत ने बाबा भलखू को बेहद सम्मान दिया था. शताब्दी पूरा कर चुके इस मार्ग को यूनेस्को ने विश्व धरोहर में शामिल किया है.यह रेल मार्ग उत्तर रेलवे के अंबाला डिविजन के अंतर्गत है. देश-विदेश के हजारों सैलानी हर साल शिमला आने के लिए इसी रेलमार्ग से टॉय ट्रेन में सफर का आनंद लेते हुए पहाड़ों की रानी शिमला पहुंचते हैं. 1896 में इस रेलमार्ग को बनाने का कार्य दिल्ली-अंबाला कंपनी को सौंपा गया था. कालका-शिमला रेल को केएसआर के नाम से भी जाना जाता है. 1921 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी इस मार्ग से यात्रा की थी.जिस रेल लाइन को बिछाने में धुरंधर ब्रिटिश इंजीनियरों के पसीने छूट गए थे, उसे एक मस्तमौला हिमाचली फकीर ने अपनी छड़ी के सहारे पूरा किया था. इस फकीर का नाम बाबा भलखू था.
             



सौ साल से भी अधिक पुराने यूनेस्को के हैरिटेज रेल मार्ग का जिक्र बाबा भलखू के बिना अधूरा है. सोलन व शिमला जिला की सीमा पर चायल के झाजा गांव के रहने वाले बाबा भलखू दैवीय शक्तियों से संपन्न थे.कालका-शिमला रेल मार्ग के निर्माण के दौरान अंग्रेज इंजीनियर बरोग एक जगह सुरंग निकालते समय नाकाम साबित हुए. सुरंग के दोनों छोर मिले नहीं. नाराज अंग्रेज सरकार ने उन पर एक रुपए जुर्माना किया. असफलता और जुर्माने से खुद को अपमानित महसूस कर उन्होंने बरोग ने आत्महत्या कर ली. बाद में बाबा भलखू ने अपनी छड़ी के सहारे ट्रैक का सर्वे किया.बाबा भलखू अपनी छड़ी के साथ आगे-आगे और अंग्रेज इंजीनियर उनके पीछे-पीछे चले. इस तरह सुरंग नंबर 33 पूरी हुई. साथ ही रेलवे के इतिहास में अमर हो गया बाबा भलखू का नाम. शिमला गजट में दर्ज है कि अंग्रेज हुकूमत ने बाबा भलखू को पगड़ी और मैडल के साथ सम्मानित किया था. कुल 103 सुरंगों वाले कालका-शिमला रेल मार्ग का इतिहास रोमांच से भरपूर है.कालका-शिमला रेलवे ट्रैक के निर्माण के दौरान सुरंग नंबर 33  बनाई जा रही थी. इस स्थान पर अंग्रेज इंजीनियर कर्नल बरोग सुरंग निर्माण में लगे इंजीनियरों व श्रमिकों की अगुवाई कर रहे थे. गलती से इस सुरंग के दोनों छोर नहीं मिल पाए. अंग्रेज सरकार ने कर्नल बरोग पर एक रुपए जुर्माना किया. नाकामी से शर्मिंदा हुए हुए कर्नल बरोग ने आत्महत्या कर ली.उसके बाद चीफ इंजीनियर एचएस हैरिंगटन ने सुरंग निर्माण की जिम्मेदारी ली. चायल के झाजा गांव के रहने वाले फकीर बाबा भलखू की दैवीय शक्तियों से परिचित अंग्रेज हुकूमत ने बाबा का सहयोग लिया. बाबा भलखू के पास एक छड़ी थी, जिसके सहारे वे पहाड़ और चट्टानों को ठोक-ठोक कर उस स्थान को चिन्हित करते, जहां से सुरंग निकल सकती थी.
           


हैरत की बात यह रही कि बाबा भलखू के सारे अनुमान सौ फीसदी सच हुए. सुरंग के दोनों छोर मिल गए. बाद में सुरंग का नामकरण कर्नल बरोग के नाम पर किया गया. इसे सुरंग नंबर 33 कहा जाता है. तीन साल के अंतराल में ही 1143.61 मीटर सुरंग बन गई. इसके निर्माण पर 8.40 लाख रुपए खर्च हुए थे. यहां बता दें कि जिस सुरंग के दो छोर नहीं मिल पाए थे, वो मौजूदा सुरंग से कुछ ही दूरी पर है.यह भी दिलचस्प है कि बरोग सुरंग लंबे अरसे तक भारत की दूसरी सबसे लंबी रेल सुरंग रही. कालका-शिमला रेल मार्ग में कुल 889 पुल व 103 सुरंगें हैं. लेकिन इस समय सुरंगों की संख्या 102 है, क्योंकि सुरंग नंबर 43 भूस्खलन में ध्वस्त हो चुकी है.
By MsB
November 09, 2018

The tallest Indian family

The tallest Indian family from Pune
   

Kulkarni Family of Pune is the tallest family of India. They stand out wherever they go and now India's tallest family is hoping to set a new world record with their combined height.

The Kulkarnis,
from the city of Pune tower above their countrymen.

Sharad Kulkarni, 52, stands at 7ft 1.5ins tall

and his wife
Sanjot, 46, is 6ft 2.6ins tall.

Their daughters
Mruga, 22, and Sanya, 16, are 6ft 1ins and 6ft 4ins respectively.


Wednesday, November 7, 2018

November 07, 2018

Statue Of Unity Turns Tourist Magnet






Statue of unity (@narendramodi/Twitter)
Tourists in India appear to have taken a liking to Sardar Patel’s Statue of Unity in Gujarat’s Narmada District. As reported by Desh Gujarat, the statue saw a footfall of 7,710 visitors on Sunday (4 November) which resulted in a revenue of Rs 19,10,405 through ticket collection.
The first couple of days post the inauguration, the statue saw 4,796 visitors and contributed a revenue of Rs 9.53 lakh via ticket collection. As of 1 November, a total of 2737 visitors travelled to the statue, making way for a contribution of Rs 5,46,050. The second day witnessed a collection of Rs 4,07,650 as 2,299 visitors were present at the tourist attraction that has been recently inaugurated by the Prime Minister of India.
The statue authorities have clarified that ticket cost per person for visiting the viewing gallery of the statue is Rs 380 as opposed to the earlier claim of Rs 350. The extra Rs 30 is the cost for bus travel from the parking lot to the statue.
The tickets are made available near the circuit house, at the PRO office