Education, News, Health, English poetry in hindi, Tourism, 12th class ncert english book flamingo and hornbill

Breaking

Wednesday, September 12, 2018

September 12, 2018

एक प्रेरणादायक एवं रोचक कहानी

एक समय की बात है। एक  11 साल का लड़का और एक 7 साल का लड़का अकेले खेतो के समीप खेल रहे थे । कुछ समय पश्चात वो खेलते खेलते कुएँ के पास पहुंच गए। दुर्भाग्य वश 11 साल का बच्चा कुएँ में गिर गया। दूसरे बच्चे ने सहायता के लिये पुकारा । लेकिन गांव दूर होने की बजह से कोई नही सुन सका। अब इस 7 साल के बच्चे ने कुएँ  की रस्सी से ही बच्चे को निकालना शुरू कर दिया। और उसने निकाल भी लिया।
जब ये कहानी उसने लोगो को सुनाई तो किसी ने भी उस की बात पर विश्वास नहीँ किया ।
 "ये तो असम्भव है , 7 साल का बच्चा 11 साल के बच्चे को कैसे इतने गहरे कुएँ से खींच सकता है।" - लोगों ने कहा।
लेकिन गांव के ही एक बुजुर्ग ने इस बात को सच मान लिया। लोगों ने हैरानी से उस से कारण पूछा ।
 वह बूढ़ा व्यक्ति वोला "उस समय वह उसे खीचने में इतना खो गया कि उसे याद नही रहा कि वह बहुत छोटा था। और कोई उसे ये बताने बाला भी नही था कि वो इस काम को नहीं कर सकता है यहाँ तक कि बो स्वंय भी ये नहीं बता सका कि वह नही कर सकता है, और उसने उसे खींच लिया।"
असल मे हम कुछ करने से पहले ही हार मान लेते हैं या लोग बार बार ये कह कर हार मनवा देते है कि तुम नहीं कर सकते। जब हमारे इरादे दृढ़ हो तो सब आसान हो जाता है।

Monday, September 10, 2018

September 10, 2018

क़भी भूल कर भी न करें बच्चों के साथ ऐसी लापरवाही

अपने बच्चों को मोबाइल फोन से दूर रखें। अधिक देर तक फोन पर बात करने से दिमाग पर बहुत बुरा असर पड़ता है । आज छोटी उम्र में ही कई तरह के रोगों से ग्रसित होते जा रहे है । मानसिक तनाव भी दिनो दिन बढ़ता जा रहा है । अपने बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताये। इस से उन में आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। बच्चों की हर जरूरत को पूरा करने के साथ साथ उन की आदतों और साथियों पर भी कड़ी नजर रखनी होगी। नही तो उनको बिगड़ने में ज्यादा टाइम नही लगेगा । आज के समय मे सबसे बड़ी कमी ये है कि हम बच्चों को ज्यादा टाइम नहीं दे पा रहे हैं। जैसे जैसे वो बड़े होते जा रहे है नशे आदि में फंसते जा रहे है । 

Sunday, September 9, 2018

September 09, 2018

शिक्षा और विद्यार्थी

आज के समय मे विद्यार्थी शिक्षा से दूर होते जा रहे है । उन की रुचि पढ़ाई में विल्कुल भी नही रह गयी गयी है । लेकिन इस रुचि को दोबारा जागृत किया जा सकता है । इसके लिए माता पिता ब अध्यापकों को इस ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। बच्चों को उनके बच्चपन  में हमें ले जाना पड़ेगा। आज के युग मे हमने उनसे बच्चपन छीन लिया है हम बहुत ज्यादा आशावादी हो गए है । उनकी मेन्टल लेवल को भी हमे समझना पड़ेगा ।