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Tuesday, November 20, 2018

Cloves ke fayde in Hindi । लोंग के साथ हेल्थी रहने के टिप्स

Cloves ke fayde in Hindi  लोंग के साथ हेल्थी रहने के टिप्स।


 लोंग (cloves)
Laung ke totke
लौंग cloves

लोंग काफी मात्रा मे janjibar जाजीबार और मलक्का मे उत्पादित होता है ।  लोंग के पेड़ काफी बड़े हो जाते है। पेड़ 9 - 10 सालो मे एफ़एल देने लगता है । ये खुशबूदार व काले रंग का होता है। मशीनों के द्वारा इस से तेल भी निकाला जाता है

Laung ke totke ।


लॉन्ग के तेल को औषधि के रूप में प्रयोग में लाया जाता है ।
आयुर्वेदिक मतानुसार लॉन्ग (cloves)के गुण :
लॉन्ग आँखों के लिए बहुत ही लाभकारी माना गया है। ये पाचकशक्ति बर्धक, शीतल व पाचक होता है। ये प्यास , हिचकी , खाँसी , रक्तविकार आदि रोगों को दूर करता है। मुँह से लार अधिक आना व दांत के दर्द में भी लॉन्ग काफी लाभकारी है।
यूनानी चिकित्सापद्धति के अनुसार लॉन्ग को  खुश्क, गर्म व उतेजक माना गया है। इसको खाने से पाचन क्रिया में बढ़ोतरी होती है । दांतो और मसूड़ों को मजबूत बनाता है।

वैज्ञानिकों  का विचार
लॉन्ग गर्म होता है । यह पेट दर्द में आराम पहुचाता है । गर्भवती महिला को उल्टी आने पर लोंग को गर्म पानी मे भिगोकर, पानी पिलाने से लाभ मिलता है। लॉन्ग के तेल की मालिश कपूर की मालिश के समान ही गुणकारी होती है।

रोगों में लौंग का प्रयोग

जुकाम होने पर लौंग का पानी मे उबाल कर काढ़ा बना लें। इसे बार बार पीने से जुकाम ठीक हो जाता है लॉन्ग के तेल की 2-3 बूंद को 30- 35 gm शक्कर में मिला कर खाने से जुकाम ठीक होता है। रुमाल पर लॉन्ग का तेल डाल कर सूंघने से भी जुकाम मिटता है। 100ml पानी मे 3 लॉन्ग डाल कर उबाल लें, और जब पानी आधा रह जाये तो उसमें नमक मिला कर पीने से जुकाम ठीक होता है।

#2  दांतो के रोगों में लौंग लाभदायक


कीड़े लगे हुए दांत के खोखले भाग में लॉन्ग रखने या तेल रखने से दर्द में आराम मिलता हैं। दर्द बाले दांत के नीचे रुई को लांग के तेल में भिगो कर रखें व लार को बाहर बहने दे । लॉन्ग को आग में भून कर दांत के गड्डे में रखने से दर्द कम हो जाता है।
नीबू के रस में 5 लॉन्ग पीस कर मिला लें तथा इससे दांतों पर मालिस करें, दर्द में लाभ होगा। अथवा 5 लॉन्ग एक गिलास पानी मे उबाल कर उससे दिन में तीन बार कुल्ला करने से लाभ होगा।

#3    प्रमेह रोग


लौंग, जायफल,पीपल को 5 gm लेकर उसमें 20gm कालीमिर्च और 150gm सोंठ लेकर उसमें मिलाकर पाउडर बना लें। पाउडर को उसी के बराबर शक्कर के साथ  खाने से भूख न लगना, खांसी, बुखार, प्रमेह, सांस रोग व ज्यादा दस्त आने पर लाभदायक है।

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सूखी व गीली खाँसी में प्रयोग
मुँह में 2-3 लौंग रखकर चूसते रहना चाहिए।
लौंग को घी में तलकर रख लें। खांसी आने पर इसे चूसें, सूखी खांसी में लाभ मिलेगा।
लौंग और अनार के छिलके को बराबर मात्रा में पीस लें। बराबर मात्रा में शहद मिला कर दिन में 3 बार चाटने से खांसी में लाभ मिलेगा ।

#4  भूख न लगना


आधा gm लौंग का पाउडर 1gm शहद में मिला कर सुबह खाली पेट सेवन करें। कुछ ही दिनों में अच्छी भूख लगनी शुरू हो जाएगी। और खाया हुआ अच्छे से पचना भी आरम्भ हो जायेगा।

#5   सिर दर्द


लौंग को पीस कर सिरपर लेप करने से सिरदर्द तुंरत ठीक हो जाता है। इसका तेल भी लगा सकते हैं या 5 लौंग पीसकर एक कप पानी मे उबालें। जब पानी आधा रह जाये तो छान कर सुबह शाम पिलायें। सिरदर्द में आराम मिलेगा।
लॉन्ग के तेल को सिर व माथे पर लगायें या नाक के दोनों नथूनों में डालें। इस से सिर दर्द दूर हो जाएगा।








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